गार्गी, मैत्रेयी और कपिला का घर प्राचीन भारत के मिथिला क्षेत्र में था, जो वर्तमान में बिहार राज्य के उत्तरी भाग और नेपाल के कुछ हिस्सों में स्थित है।
गार्गी वाचक्नवी ऋषि वचक्नु की पुत्री थीं और वेद व साहित्य में अत्यंत निपुण थीं। गार्गी मिथिला के विदेह राज्य की विदुषी थीं और अपने तर्क-वितर्क के लिए महाभारत व उपनिषदों में चर्चित हैं।
मैत्रेयी ऋषि याज्ञवल्क्य की पत्नी थीं और उन्हें ब्रह्मवादिनी कहा गया है। उनका जन्म मिथिला में हुआ था और वे आध्यात्मिक प्रश्नों तथा ब्रह्मविद्या की शुद्ध साधना के लिए प्रसिद्ध थीं।
कपिला ऋषि कर्दम और देवहूति के पुत्र थे और शांख्य दर्शन के संस्थापक माने जाते हैं। कपिल ऋषि का आश्रम मिथिला क्षेत्र के मधुबनी जिले (ककरौल गाँव) में स्थित है, जिससे स्पष्ट होता है कि उनका सम्बन्ध मिथिला क्षेत्र से था।
मिथिला प्राचीन काल में विदेह साम्राज्य की राजधानी थी, जिसके राजा जनक प्रसिद्ध हुए हैं। इस क्षेत्र ने अनेक विदुषियों, दार्शनिकों और संतों को जन्म दिया, जिनमें गार्गी, मैत्रेयी, कपिला प्रमुख स्थान रखते हैं।
