भारत का सबसे बड़ा रेगिस्तान थार रेगिस्तान है जिसे महान भारतीय मरुस्थल भी कहा जाता है। यह रेगिस्तान उत्तर-पश्चिमी भारत में स्थित है और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों तक फैला हुआ है। इसकी कुल भूमि 200,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक है जिसमें लगभग 85% हिस्सा भारत में तथा 15% पाकिस्तान में आता है। थार रेगिस्तान का सबसे बड़ा हिस्सा राजस्थान राज्य में है, इसलिए राजस्थान को अक्सर "मरुस्थलीय प्रदेश" भी कहा जाता है। थार रेगिस्तान राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा राज्यों में फैला हुआ है और यह भारत के कुल भूभाग का लगभग 4.56% हिस्सा है।
थार रेगिस्तान की सतह असमान है जिसमें रेत के टीले, रेतीले मैदान और छोटी-छोटी बंजर पहाड़ियां हैं। इस रेगिस्तान की जलवायु शुष्क और गर्म होती है, जहां गर्मी के मौसम में तापमान बहुत अधिक पहुंच जाता है। रेत की तेज़ हवाएं रेत के कणों को सैकड़ों किलोमीटर दूर तक फैला देती हैं। इस रेगिस्तान को हर साल उत्तर-पूर्व की दिशा में फैलते देखा गया है, और इसे रोकने के लिए भारत सरकार ने 649 किलोमीटर लंबी इंदिरा नहर बनाई है जो इस क्षेत्र में हरियाली लाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
थार रेगिस्तान की भौगोलिक सीमाएँ इस प्रकार हैं:
- पश्चिम में सिंधु नदी का मैदान,
- उत्तर और उत्तर-पूर्व में पंजाब का मैदान,
- दक्षिण-पूर्व में अरावली पर्वतमाला और
- दक्षिण में कच्छ के रण से यह सीमित है।
थार रेगिस्तान जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहां थोरन और स्क्रब जैसे जंगल पाए जाते हैं, जहां विभिन्न प्रकार के पेड़, झाड़ियाँ और जड़ी-बूटियाँ मिलती हैं। पशु जगत में ब्लू बुल (नीलगाय), काले हिरण (ब्लैकबक), ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (महान भारतीय सारस), चिनकारा (भारतीय गज़ेला), लोमड़ी, और काराकल जैसे जीव पाए जाते हैं। लगभग 50 से अधिक स्तनधारी प्रजातियां और 250 से 300 पक्षियों की प्रजातियां इस रेगिस्तान में निवास करती हैं। यह क्षेत्र कई संरक्षण पार्कों जैसे डेजर्ट नेशनल पार्क का भी घर है जो इस पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करते हैं।
हाल के वर्षों में, वैज्ञानिकों ने उपग्रह डेटा के जरिए यह देखा है कि थार रेगिस्तान में वनस्पति कवर में 38 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जिससे यह साफ़ होता है कि यह क्षेत्र "हरा" हो रहा है। यह परिवर्तन क्षेत्र में मॉनसून की बेहतर वर्षा और कृषि विस्तार के परिणामस्वरूप हुआ है। थार रेगिस्तान की रेत के टीले लगातार बदलते रहते हैं, जो इसकी प्राकृतिक सुंदरता और अस्थिर भूगोल को दर्शाते हैं।
थार रेगिस्तान का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व भी अत्यंत है। यह क्षेत्र विभिन्न प्राचीन सभ्यताओं का स्थल रहा है और आज भी यहां की जीवनशैली, संगीत, नृत्य, और लोक कला रहस्यमय और आकर्षक हैं।

